कहने वालों ने बताया है, कि कुछ कमज़ोर हो गए हो,
ये तो वक़्त की आदत है, अच्छा जिसे लगता है बदलना ...
अब थोड़ा सा हम जो गए बदल ,
तो भला इसमें वक़्त का क्या क़सूर ...
Kuchh Ehsaas Hai, Kuchh Aas Hai ... Ye Shabd Kehte Wahi , Jis Soch Ka Kiya Maine Aabhaas Hai...
No comments:
Post a Comment