4 Jul 2009

नन्हीं सी मुस्कान

तुझमें ऐसा क्या है,
तुझे देख मुस्कुराये हर चेहरा |
तेरी मासूमियत में, तेरे भोलेपन में,
है राज़ छुपा, कोई गहरा ||
एक नन्हीं सी मुस्कान,
जो हर एक को भाये|
होंठों पर हँसी की आहट,
मन में उमंग लाये||
तेरी किलकारियों से गूंजे,
हर घर का आँगन|
तेरे चेहरे का नूर,
कितना पावन, कितना मन भावन||
बस तेरी मुस्कान की होती,
पल-पल फ़रमाइश ,
एक नन्ही सी जान है तू,
कुदरत की बेहतरीन ख्वाहिश  ||

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